भारत के उत्तरी हिस्से में बसा एक राज्य है जिसकी आबादी 68 लाख की ऊपर है। 10 जिलों वाला यह राज्य पर्यटन के लिहाज से एक अहम राज्य है इस राज्य की अर्थव्यवस्था तीन क्षेत्र पर टिकी है पवन बिजली , पर्यटन और कृषि ठंडा और पर्वतीय क्षेत्र होने के साथ यह कई नदीयो का उदगम स्थल भी है। शिमला, कुल्लू, मनाली, मंडी, यह सभी जिले पर्यटन के लिए मशहूर है। यहां हर वक्त शैलानियो का ताता लगा रहता है।

सन 1857 तक यह महाराजा रणजीत सिंह के शासन के अधीन पंजाब राज्य (पंजाब हिल्स के सीबा राज्य को छोड़कर) का हिस्सा था। सन 1956  में इसे केन्द्र शासित प्रदेश बनाया गया, लेकिन 1971 में इसे, हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम-1971 के अन्तर्गत इसे 25 जनवरी 1971 को भारत का अठारहवाँ राज्य बनाया गया।

एक सदनीय वाला यह राज्य में कुल 68 विधान सभा की सीटें है। 1971 में इसे राज्य का दर्जा मिलने के बाद से ही चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने रही है। लेकिन 2022 में होने वाले चुनाव में यह मामला त्रिकोणीय है। इस बार दिल्ली की क्षेत्रीय पार्टी आप पार्टी भी अपना हाथ आजमा रही है। और पंजाब में जीत के बाद और बीजेपी के सामने कांग्रेस के कमज़ोर पड़ने के बाद अब यहां की जनता विकल्प के रुप में उसे अपनाने के लिए तैयार दिख रही है।

नवम्बर 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने राज्य का विधानसभा चुनाव प्रो० प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में लड़ा। 18 दिसम्बर 2017 को घोषित नतीजों में धूमल की हार के बाद केन्द्रीय नेतृत्व ने हिमाचल की बागडोर मण्डी ज़िला के सराज विधानसभा क्षेत्र से पांच बार रहे विधायक जयराम ठाकुर को सौंपी। हिमाचल के इतिहास में यह पहली बार है जब मण्डी ज़िले से कोई मुख्यमंत्री बना है।

  • मुख्यमंत्री

जयराम ठाकुर (जन्म 06 जनवरी 1965) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। दिसंबर 27, 2017 को उन्होने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

  • लोकसभा

लोकसभा में हिमाचल प्रदेश के 4 निर्वाचन क्षेत्र हैं। कांगड़ामंडीशिमला और हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश से चार सदस्य चुने जाते हैं। प्रदेश विधानसभा में 68 विधानसभा चुनाव क्षेत्र हैं। लोकसभा के चार चुनाव क्षेत्रों के अंतर्गत प्रत्येक चुनाव क्षेत्र में 17-17 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। लाहुल-स्पीति, किन्नौर तथा भरमौर जनजातीय क्षेत्र हैं और ठंडे व दुर्गम क्षेत्र हैं। इस कारण इन क्षेत्रों में चुनाव प्रायः गर्मियों में करवाए जाते हैं।